Editorial: अपनी करतूत से पाकिस्तान पस्त, सच आने लगा सामने
- By Habib --
- Saturday, 26 Apr, 2025

Pakistan is devastated by its misdeeds
Pakistan is devastated by its misdeeds, the truth is starting to come out: पाकिस्तान जैसे दहशतगर्द देश का यही सच है कि वह जहां आतंकवाद जैसे घिनौने कृत्य करने में माहिर है, वहीं फिर इस सच को छिपाने का हुनर भी उसने सीख लिया है। पहलगाम में निर्दोष 26 पर्यटकों की हत्या का जिम्मेदार पाक है। पाकिस्तान इस समय खुद को जहां दुनिया में आतंकवाद के खिलाफ खड़ा सबसे बड़ा देश बता रहा है, वहीं आतंकवाद का सबसे बड़ा पीड़ित भी खुद को पेश कर रहा है। उसका यह आरोप भी है कि भारत उसके अंदर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
हालांकि अब पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बयान से यह साबित हो गया है कि पाकिस्तान और उसके आतंकियों को इसका अहसास हो गया है कि उन्होंने कितनी बड़ी भूल कर दी है। बीते तीन दिन से भारत के जवाब की तैयारियों में बेचैन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका देश पहलगाम हमले की निष्पक्ष, पारदर्शी जांच के लिए तैयार है। अब दुनिया इस बात को किस तरह समझेगी, इसका आकलन ही किया जा सकता है। क्योंकि पाक में प्रधानमंत्री से लेकर मंत्री और फिर उसके सेना प्रमुख तक हर कोई अपने-अपने बयान दे रहा है। यह सब प्रतिक्रियाएं उस क्रिया पर आ रही हैं, जोकि भारत की ओर से शुरू की जा चुकी है।
भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच कड़े कदम उठाकर जो पहल की है, उससे पाकिस्तान की रूह कांप रही है। उसके प्रधानमंत्री और मंत्रियों के मुंह सूख रहे हैं, उनके पास शब्दों की कमी पड़ रही है। उनके वे बेलगाम शब्द जोकि पहलगाम हमले से पहले और उसके बाद निकल रहे थे, अब शांति वार्ता और अपने किए को कबूलते दिख रहे हैं। अब पाकिस्तान के सियासतदानों को शांति और निष्पक्ष जांच की जरूरत महसूस हो रही है। हालांकि इसी दौरान रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने उस सच को भी उजागर कर दिया है, जिसे भारत पहले ही पूरी दुनिया में साबित कर चुका है। ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि पाकिस्तान बीते 30 साल से आतंकवाद का गंदा खेल खेल रहा है।
हालांकि उनके जमीर की जमीन कितनी भुथरी है, इसका पता इससे लगता है, जब वे इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराते हैं। यह बेहद विचित्र बयान है, जब पाकिस्तान का रक्षा मंत्री अमेरिका को इस सब के लिए दोषी ठहरा रहा है। अब अमेरिका सरकार इसे किस तरह से लेगी और इस पर क्या प्रतिक्रिया देगी, यह समय बताएगा। लेकिन अपने किए घृणित कार्यों में किसी अन्य देश को शामिल करके पाक ने यह बता दिया है कि वह अपनी विश्वसनीयता खो चुका है। वह एक बदहाल मुल्क है, जिसका एकमात्र एजेंडा नफरत और घृणा पैदा करके कुंठित सोच के मतलब परस्त लोगों को आगे रखना है। पाकिस्तान की आम जनता तमाम परेशानियों से गुजर रही है, लेकिन उसके हुक्मरान वातानुकूलित भवनों में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रचने के खेल से बाज नहीं आ रहे।
गौरतलब है कि इससे पहले 25 साल बाद पाकिस्तान की सेना की ओर से यह कबूलनामा भी आ चुका है, जिसमें उसने कहा है कि उसी ने साल 1999 में कारगिल युद्ध को जन्म दिया था। पाक के लिए यह सच इतना मजबूरी भरा है कि उसकी सेना का प्रमुख ही इसे स्वीकार कर रहा है, जबकि इससे पहले उसके तमाम सेना प्रमुख, राष्ट्रपति और अन्य नेता अपने देश और पूरी दुनिया को गुमराह करते रहे। हालांकि भारत जिसने इस त्रासदी से मुकाबला किया और जीत हासिल करते हुए पाकिस्तान को उसकी औकात समझाई थी, पूरे विश्व को यह बताता आ रहा है कि पाकिस्तान ही आतंक की फैक्टरी है और वही भारत के जम्मू-कश्मीर में आतंक की आग लगाकर अपनी रोटियां सेकता आया है। मालूम हो, पाकिस्तान के रक्षा दिवस पर उसके सेना प्रमुख जनरल सईद आसिम मुनीर ने शेखी बघारते हुए इस सच को उगला था। हालांकि पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान ने जहां आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त होने से इनकार किया है, वहीं उसके सियासतदान उलटा चोर कोतवाल को डांटे जैसी मुद्रा में भारत को ही उसके यहां अशांति के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान के चारों कोनों पर आज के समय में बगावत के सुर गूंज रहे हैं। उसके अंदर बैठे विद्रोही पाक सेना पर हमला कर रहे हैं और उसे मार रहे हैं।
आखिर एक झूठे मुल्क पर विश्वास किया जा सकता है? न जाने कितनी बार और किस-किस मंच पर भारत ने इसके सबूत दिए हैं कि पाक ही आतंक की फैक्टरी है। बावजूद इसके पाक इससे साफ इनकार करता है, जाहिर है, जिसका मानवता से सरोकार होगा, जिसके सीने में इंसानियत का दर्द होगा, वह न तो निर्दोषों की जान लेगा और न ही ऐसी थोथी सतह पर जीएगा। आज पाकिस्तान दूसरे के घर में आग लगाकर खुद अपने घर को भी जला रहा है। उसे इस पर सोचना चाहिए, बेशक यह उसके बस का काम नजर नहीं आता।
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